Flowchart क्या होता है। Flowchart के प्रकार।

इस ब्लॉग में फ्लोचार्ट क्या होता है। फ्लोचार्ट में उपयोग होने वाले प्रतीक, फ्लोचार्ट का उदाहरण, फ्लोचार्ट कितने प्रकार के होते है। तथा फ्लोचार्ट के फायदे और नुकसान। इन सब के बारे में जानने की कोशिश करते है। आशा करते है कि यह ब्लॉग आपको पसन्द आयेगा।

Flowchart क्या होता है।

यह Algorithm का ही सचित्र Representation होता है। क्योंकि Flowchart में हम प्राब्लम को Step By Step Graph के द्वारा हल करते है। इसको हम एक प्रकार का Diagram भी बोल सकते है। जो किसी काम या प्रोसेस को प्रदर्शित करता है। इसमें कई तरह के Symbol होते हैं। जिनका अपना अलग-अलग कार्य होता है। Flowchart का उपयोग प्रोसेस के विश्लेषण, डिजाइन, प्रबंधन या दस्तावेजो में किया जाता है।

Flowchart में उपयोग होने वाले प्रतीक।

फ्लोचार्ट में उपयोग होने वाले कुछ प्रमुख प्रतीक इस प्रकार है।

1. Start And End -

start and stop
यह Flowchart का First और Last Symbol होता है। जो किसी प्रोसेस को Start या Stop करने को प्रदर्शित करता है। अर्थात् इसका उपयोग Flowchart में किसी ऑपरेशन को Start और Stop करने के लिये किया जाता है।

2. Input And Output

input and output
Flochart में इसका उपयोग Input लेने और Output प्रदान करने के लिये किया जाता है। मतलब Input भी इसी बॉक्स के द्वारा दिया जाता है। और Output भी इसी बॉक्स के द्वारा लिया जाता है।

3. Processing

processing
Flowchart में इस बॉक्स का उपयोग किसी Input डाटा पर उसके सम्बंधित ऑपरेशन करने के लिये किया जाता है। मतलब Input डाटा के अनुसार जो भी ऑपरेशन Perform करना है, इसी बॉक्स में होता है।

4. Decision

Decision
यह Diamond आकार का होता है। Flowchart में इसका उपयोग Decison लेने के लिये किया जाता है। अर्थात् ऐसा Condition जिसमें Yes या No में से कोई एक Condition सही होता हो।

5. Flow Line

flow line
Flowchart में Flow Line यह दर्शाता है, कि डाटा किस Direction में जा रहा है। अर्थात् यह Flowchart की दिशा बताता है। मतलब Condition अगर True हो तो किधर जाना है, और False हो तो किधर जाना है।

6. Connector

connector
फ्लोचार्ट में Connector का उपयोग फ्लोचार्ट के एक भाग को दूसरे भाग से जोड़ने के लिये किया जाता है। मान लीजिये आपके पास दो फ्लोचार्ट है, और इन दोनों फ्लोचार्ट को आपस में Connect कर दिखाना है। तो Connector का इस्तेमाल करते हैं।

Flowchart का उदाहरण।

दो संख्याओ में से बड़े संख्या को पता लगाने का फ्लोचार्ट।
flowchart in hindi
Step 1- पहले Start किया गया है।
Step 2- Input A और B लिया गया है।
Step 3- A > B अगर True होता है। तो A बड़ा होगा।
Step 3- A > B अगर False होता है। तो B बड़ा होगा।
Step 5- अन्त में Stop किया गया है।


Flowchart के प्रकार।

Flowchart मुख्य रूप से 4 प्रकार के होते है
1- Document Flowchart
2- Data Flowchart
3- System Flowchart
4- Program Flowchart

1. Document Flowchart

Document फ्लोचार्ट व्यवसाय में कागज और Electronic दस्तावेजो के प्रवाह को प्रदर्शित करते हैं। यह फ्लोचार्ट किसी संगठन के भीतर विभिन्न कार्य प्रक्रियाओं को समझने, Analysis करने, दस्तावेज को सुधारने में सहायता प्रदान करते हैं।

2. Data Flowchart

Data फ्लोचार्ट यह दिखाता है कि डाटा को कैसे Processed किया जाता है। जब आप किसी सिस्टम को Design या Analyze करना चाहते हैं। तब यह Data फ्लोचार्ट काम आता है। अर्थात यह फ्लोचार्ट Information सिस्टम में डाटा के प्रवाह का सचित्र Representation होता है।

3. System Flowchart

System फ्लोचार्ट यह प्रदर्शित करने का एक तरीका है कि सिस्टम में डेटा कैसे प्रवाहित होता है। और उन निर्णयो को भी प्रदर्शित करता है। जो प्रोग्राम Logic के प्रवाह को बदलते है। System फ्लोचार्ट Data फ्लोचार्ट के समान ही होते है।

4. Program Flowchart

Program फ्लोचार्ट आधुनिक Computerized सिस्टम के आन्तरिक काम को दर्शाने के लिए उपयोग किये जाते है। Program फ्लोचार्ट के निर्माण के लिये चार Basic प्रतीक Start, Process, Decision और End का उपयोग किया जाता है। इस फ्लोचार्ट की सहायता से सॉफ्टवेयर Developer कम्प्यूटर प्रोग्राम के टुकड़ो में Bugs का पता लगाते है।

Flowchart के फायदे।

फ्लोचार्ट के निम्नलिखित फायदे होते है।
1- फ्लोचार्ट से प्रोग्राम को आसानी से समझा जा सकता है।
2- फ्लोचार्ट से किसी नये सिस्टम को Design करना आसान होता है।
3- फ्लोचार्ट में डाटा कहॉ Flow हो रहा है। देखा जा सकता है।
4- फ्लोचार्ट हमें Debugging प्रक्रिया में मदद करता है।

Flowchart के नुकसान।

फ्लोचार्ट के निम्नलिखित नुकसान होते है।
1- फ्लोचार्ट को बनाने में काफी समय लगता है।
2- कुछ फ्लोचार्ट में Arrows का इस्तेमाल ज्यादा हुआ होता है। जिसको समझना थोड़ा कठिन होता है।
3- अगर फ्लोचार्ट में कुछ बदलाव करना है। तो फ्लोचार्ट को दोबारा बनाना पड़ सकता है।

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